"यह भागवत पुराण सूर्य के समान प्रकाशमान है और इसका उदय धर्म, ज्ञान इत्यादि के साथ भगवान् श्रीकृष्ण द्वारा निज धाम को प्रयाण करने के पश्चात् ही हुआ है।" - श्रीमद्भागवत १.३.४३ |
---|
|
|
| | Your Contribution | | | | | यह वेबसाइट हिंदी में श्रीमद्भागवतम् और गीता की ऑडियो पुस्तक उपलब्ध कराती है। आपके योगदान का उपयोग वेबसाइट और इसकी डेटा के विकास, रखरखाव और संधारण के लिए किया जाता है; और ऊपर सूचीबद्ध विषय को बढ़ाने के लिए किया जाता है। | | | or Scan QR | | | chant | हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। | हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ | | |
|
| शेयर करें
 |
|